अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. एक पत्ती में मंड या स्टार्च (starch) की उपस्थिति को दर्शानेवाले प्रयोग का वर्णन करें |
उत्तर :- सर्वप्रथम अच्छी तरह से सिंचाई की हुई किसी पौधे लगे गमले को पाँच-छह दिनों तक अँधेरे में रखें | अँधेरे में रखने से पौधे के पत्तियों में प्रकाशसंश्लेषण की प्रक्रिया नहीं होगी जिससे उनमें मंड या स्टार्च का निर्माण नहीं हो पाएगा | ऐसी पत्तियाँ मंडविहीन कहलाती है | ऐसी पत्तियों में मंड नहीं है इसे सुनिश्चित करने के लिए ऐसे किसी एक पत्ती को तोड़कर आयोडीन के घोल में डालें | पत्ती के रंग में कोई परिवर्तन नहीं होगा | पत्ती का रंग नीला नहीं होना इस बात की पुष्टि करता है की उसमे मंड का निर्माण नहीं हुआ है |
अब पौधे की एक मंडविहीन पत्ती पर काले कागज़ के एक चौकोर तुकडे को जेम्स क्लिप की सहायता चित्रानुसार चिपका दें | इस पौधे को कम-से-कम छः घंटे तक धुप में रखे | इसके बाद इस पत्ती को पौधे से तोड़ ले | जेम्स क्लिप हटाकर, पत्ती के ऊपर लगा काला कागज़ हटाकर, मंड के लिए आयोडीन घोल के द्वारा जाँच करें | आप देखेंगे की पत्ती का सभी भाग आयोडीन घोल के प्रभाव से गाढे नील का हो जाता है, सिवाय पत्ती के उस भाग के जो काले कागज़ से ढंका था | इसका कारण यह है की काले कागज़ से ढंके होने के कारण पत्ती के इस भाग को सूर्य-प्रकास उपलब्ध नहीं हुआ | फलत उस भाग में सूर्य-प्रकाश के अभाव में प्रकाशसंश्लेषण की प्रक्रिया नहीं हुई और जिससे वहाँ मंड का निर्माण नहीं हुआ | इससे सिद्ध हो जाता है की प्रकाशसंश्लेशन के लिए सूर्य-प्रकाश अनिवार्य है |
2. पोषण से आप क्या समझते है ? प्रकाशसंश्लेषण का संक्षिप्त विवरण दें |
उत्तर :- पोषण से हम यही समझते है की जीवों द्वारा भोजन के रूप में पोशाक्क तत्वों को ग्रहण करना तथा उन्हें विभिन्न शारीरिक कार्यों को करने योग्य बनाना, पोषण कहलाती है |
हरी पत्तियाँ पौधों के भोजन-उत्पादन का कारखाना भी कहलाती है | हरे पौधों की पत्तियों में एक प्रकार की रचना हरितलवक या क्लोरोप्लास्ट पाई जाती है | क्लोरोप्लास्ट में हरे रंग का एक वर्णक क्लोरोफिल पाया जाता है | क्लोरोफिल का होना पादपों का विशिष्ट गुण है | क्लोरोफिल द्वारा जल एवं वातावरण के कार्बन डाईआक्साइड से अपना भोजन (कार्बोहाइड्रेट ) स्वयं बनाते है | चूँकि इस प्रक्रिया में भोजन सूर्य-प्रकाश की उपस्थिति में ही बनता है, इसलिए इसे प्रकाशसंश्लेषण कहते है |
3. पौधों में परपोषण के विभिन्न प्रकार का संक्षिप्त विवरण करें |
उत्तर :- इस प्रकार के पोषण में जीव अपना भोजन स्वयं संश्लेशीत नहीं करते है, बल्कि एनी जीवों से भोजन प्राप्त करते है, जैसे प्राय सभी जंतु कवक अथा कुछ पुष्पी पौधे | ऐसे जीव चूँकि अपने भोजन के लिए एनी जीवों पर निर्भर करते है, इसलिए वे परपोषी कहलाते है |
इस प्रकार के पोषण के अन्तर्गत जीव अपने भोज्य पदार्थ का निर्माण स्वयं करता है। सभी हरे पौधे, नील-हरित शैवाल कुछ जीवाणु तथा अधिकांश एककोशिकीय जीवों में स्वपोषी पोषण पाया जाता है।
4. मिट्टी में पोषक तत्वों कि पुनह पूर्ति से आप क्या समझते है ?
उत्तर :- पौधे अपने लिए आवश्यक खनिज पोषक तत्व मिट्टी से प्राप्त करते है | लम्बे समय तक पौधों द्वारा मिट्टी से अवशोषण होते रहने के कारण मिट्टी में हम इन पोषक तत्वों की मात्रा घाट जाती है | इसका सीधा असर पौधों की वृद्धि तथा स्वास्थ्य पर पड़ता है | अतह मिट्ठी पोषक तत्वों की उचित मात्रा को पुनह स्थापित की आवश्यकता होती है |
5. किटहारी पौधा से आप क्या समझते है ? एक किटहारी पौधे का वर्णन करें |
उत्तर :- वैसे जीव जो कीटो को अपने भोजन के रूप में ग्रहण करते है कीटहारी कहलाते है | ऐसे पौधे का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण असं में पाया जानेवाला पौधा घटपर्णी या कलश पौधा या निपैन्थिज है | इसमे पत्रफलक आकर्षक रंग के कलश में, पत्राग्र ढक्कन में तथा पत्रवृतं संजनी में बदल जाते है | कोई कीट जब इसमे आकर्षित होकर कलश के अन्दर प्रवेश करता है तब उसका ढक्कन स्वत बंद हो जाता है | कलश के अन्दर इसकी आतंरिक दीवार से पाचक रस निकलता है जिससे भोजन (कीट) का पाचन करता होता है |
वस्तुनिष्ट प्रश्न :-
I सही उत्तर का संकेताक्षर (क, ख, ग, या घ ) लिखे |
1. स्वपोषी जीव का एक उदाहरण है
(क) गाय (ख) नीम का वृक्ष (ग) मशरूम या कुकुरमुत्ता (घ) इसमे सभी
2. हरे पौधों द्वारा संश्लेषण भोजन का स्वरूप
(क) मंड या स्टार्च (ख) प्रोटीन (ग) वसा (घ) खनिज लवन
3. परजीवी पौधों का एक उदाहरण
(क) फफूँद (ख) अमरबेल (ग) लाइकेन (घ) फलीदार
4. कलश पौधा या निपैन्थिज है
(क) मृतजीवी (ख) स्वपोषी (ग) सहजीवी (घ) किटहारी
5. प्रकाशासंश्लेषण में हरे पौधों द्वारा वातावरण से लिया जानेवाला गैस है
(क) आक्सीजन (ख) नाइट्रोजन (ग) कार्बन डाईआक्साइड (घ) इनमे कोई नहीं
6. प्रकाशसंश्लेषण में हरे पौधे के किस रचना से आक्सीजन वायुमंडल में मुक्त होता है ?
(क) जड़ (ख) तना (ग) फूल(घ) स्टोमाट ा
II रिक्त स्थानों की पूर्ति करे |
1. जीवों में साधारणतया पोषण स्वपोषण तथा ....................विधियों द्वारा होता है |
2. क्लोरोफिल नामक रंजक हरी पत्तियों के प्रकाशसंश्लेषण अंगक ..................में मौजूद होता है |
3. प्रकाशसंश्लेषण-प्रक्रिया के लिए आवश्यक है - जल, क्लोरोफिल, कार्बन डाईआक्साइड तथा ...............|
4. फफूँद तथा कुकुरमुत्ता ................पोषक के उदाहरण है |
उत्तर :- 1. परपोषण, 2. क्लोरोप्लास्ट, 3. सूर्य-प्रकाश या सौर ऊर्जा, 4. मृतजीवी
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
लघु उत्तरीय प्रश्न
(पौधों में पोषण)
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Class 7th All |
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आपदा प्रबंधन DISASTER MANAGEMENT |
Chapter no 2 daliye sir
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